Sunday 21 January 2018

'पद्मावत' के नाम से फिल्म इतिहास में नया पन्ना जुड़ेगा?

- एकता शर्मा 

  हिंदुस्तान के फिल्म इतिहास में संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' (पुराना नाम 'पद्मावती') के लिए एक नया पन्ना जोड़ना पड़ेगा। क्योंकि, इस फिल्म के साथ इतने विवाद जुड़े जो आजतक किसी फिल्म को लेकर नहीं उठे! इसने विवादों का इतना गुबार उठा दिया, जो अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा! फिल्म की शूटिंग शुरू होने से लगाकर इसके फिल्म सेंसर बोर्ड तक जाने तक में बहुत कुछ हुआ! करणी सेना और कुछ राजनीतिक दलों की और से 'पद्मावत' की कहानी पर सवाल उठने के बाद फिल्म विवादों में आ गई! दरअसल, ये फिल्म चित्तौड़गढ़ की रानी पद्मिनी की कथित कहानी पर आधारित है.और दीपिका पादुकोण ने इसमें रानी पद्मावती का रोल किया है। इस कारण फिल्म की रिलीज भी कई बार टली! कभी इसके नाम को लेकर सवाल उठाए गए, कभी कहानी पर, कभी फिल्माए गए स्वप्न दृश्य पर तो अंत में फिल्म के घूमर गाने को भी विवादों में लपेट लिया गया।
 आरोप था कि संजय लीला भंसाली ने फिल्म में रानी पद्मावती के व्यक्तित्व को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। आरोप यह भी था कि फिल्म में रानी पद्मावती और खि‍लजी के बीच ड्रीम सीक्वेंस है। हालांकि, भंसाली खुद इस बात को खारिज कर चुके हैं। बाद में एक बयान में उन्होंने ये भी कहा कि उनकी फिल्म कवि जायसी की रचना 'पद्मावत' पर आधारित है। इसका नतीजा ये निकला कि फिल्म का नाम 'पद्मावती' से 'पद्मावत' कर दिया गया और राजपूत समाज के प्रतिनिधियों की सहमति से हल्की-फुल्की काटछांट के बाद फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दे दी गई!
    फिल्म सेंसर बोर्ड ने रिव्यू कमेटी और एडवाइजरी पैनल की 3 बड़ी आपत्तियों को मान लिया। 28 दिसंबर को सेंसर बोर्ड की मीटिंग में कुछ बदलाव के बाद फिल्म को यूए-सर्टिफिकेट देने का फैसला लिया गया। कहा गया कि जैसे ही निर्माता सेंसर के सुझाए बदलाव कर लेंगे, फिल्म पास कर दी जाएगी। इस बीच मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार और करणी सेना ने फिल्म की क्लियरेंस पर कई सवाल उठा दिए!   मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार सदस्य विश्वराज सिंह ने सेंसर प्रमुख प्रसून जोशी को लंबा चौड़ा ख़त भेजा! विश्वराज सिंह ने ये भी कहा कि जब 5 मिनट के गाने में अब तक बदलाव नहीं किया जा सका, तो दो घंटे की फिल्म को बदलना कैसे संभव है?
  फिल्म निर्माता भंसाली कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि फिल्म किसी सच्ची घटना पर नहीं है, बल्कि मलिक मोहम्म्द जायसी की किताब 'पद्मावत' पर आधारित है। फिल्म में एक डिस्क्लेमर भी डाला जाएगा जिसमें जौहर प्रथा को महिमा मंडित न करने और ऐतिहासिक घटना पर फिल्म न होने की बात का जिक्र होगा। इसके पहले सेंसर बोर्ड को जमा की गई फिल्म की कॉपी में डिस्क्लेमर नहीं दिया गया था कि फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है या काल्पनिक है! फिल्म के विवादित घूमर सॉन्ग में भी बदलाव किया जाएगा। करणी सेना समेत राजस्थान के कई पूर्व राज परिवारों ने रानियों के नाचने-गाने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। लेकिन, ये सवाल फिर भी जिन्दा है कि क्या 'पद्मावत' बिना किसी विघ्न के रिलीज होगी? 
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