Sunday 17 September 2017

इसे कंगना की बगावत कहेंगे या एटीट्यूट?


- एकता शर्मा 
  कंगना रनौत इन दिनों फिर चर्चा में है। अपनी नई फिल्म 'सिमरन' से कहीं ज्यादा अपनी साफगोई और हिम्मत के लिए। कंगना के बारे में कहा जा सकता है कि वो बॉलीवुड की सबसे बड़ी बगावती है। यदि उसे किसी से नाराजी है, तो वो उसे जाहिर करने में जरा भी देर नहीं करती! लेकिन, कंगना को अपनी इस पहचान से भी शिकायत नहीं! वो साफ़ कहती हैं कि लोग मुझे लड़ाकू, बागी और न जाने क्या-क्या समझते और कहते हैं। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं अपना हक हांसिल करने में यकीन रखती हूँ। फिर वो हक़ मुझे लड़कर ही क्यों न हांसिल करना पड़े! कंगना के विवादों की लिस्ट भी काफी लम्बी है। ऋतिक, राकेश रोशन, आदित्य पंचोली और अध्ययन सुमन के अलावा उनकी अपनी फिल्म ‘सिमरन’ के लेखक अपूर्व असरानी के साथ भी उनका विवाद हो चुका है।
   कुछ दिनों पहले एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कंगना ने ऋतिक रोशन और राकेश रोशन के साथ हुए अपने झगड़े पर काफी कुछ बोला। कंगना ने कहा कि मैं चाहती हूँ कि ऋतिक और उनके पापा राकेश रोशन को मेरी इमेज खराब करने के लिए इसी मंच पर आकर माफी मांगनी चाहिए। कंगना ने यहाँ तक कहा कि ऋतिक के कारण वो बहुत ज्यादा परेशान हुईं! कई रातें रोती रही और उसने बहुत बुरी स्थितियां गुजारी हैं। ऋतिक ने फर्जी तरीके से उसके नाम पर जो मेल लीक किए, उसे आज भी लोग ढूंढकर नेट पर पढ़ते हैं। इस सबके लिए ऋतिक को माफी मांगनी चाहिए। इसे कंगना की हिम्मत ही मानना चाहिए कि उन्होंने साफ़ कहा कि वो ऋतिक से शादी करना चाहती थीं। दोनों के बीच शादी की बात भी हुई थी। ऋतिक ने भी पत्नी से तलाक़ के बाद शादी का वादा किया था, लेकिन बाद में पहचानने से भी इंकार कर दिया!  
  कंगना की ये खूबी भी है कि वो अपनी आदतों को स्वीकारती भी है, उनसे बचती नहीं! हाल ही में एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा भी है कि मेरी जिंदगी के जैसे भी हालात रहे हैं, वो सब सोचकर मैं खुद चौंक जाती हूँ कि ये सब क्या हो गया? ऐसा नहीं है कि मुझे डर नहीं लगता। जब इतने सारे लोग अकेली लड़की के खिलाफ इकट्ठा हो जाते हैं, तब मुझे डर भी लगता है। लेकिन, फिर उनका सामना करने के अलावा मेरे पास कोई और विकल्प नहीं होता। ऐसा नहीं है कि मैं पीछे हट जाऊं, तो ये लोग पीछे हट जाएंगे। जब आप पर इतने लोग अटैक कर रहे हैं, जो आपको जीने नहीं देना चाहते। अगर आप भी इन गलत लोगों में मिल जाएंगे और जैसा वे चाहते हैं, वही करने लगेंगे तो आप भी गलत हो जाएंगे। इसलिए चाहे आप आगे बढ़ पाएं या नहीं! आपका सफर यहीं खत्म हो जाए, इससे फर्क नहीं पड़ता। फर्क इस बात से पड़ता है कि आप उनके साथ नहीं मिलें, जो गलत हैं।
   कंगना रनौत मानती है कि वो अपनी फिल्मों का हीरो भी है और हीरोइन भी! इसे कंगना का एटीट्यूट कहें या अतिआत्मविश्वास! जो भी है, पर कंगना इसे अपने करियर के लिए सही मानती है। शायद यही कारण है कि उसने कई बड़ी-बड़ी फ़िल्में ठुकरा दी! क्योंकि, कंगना का मानना है कि जिस फिल्म में बड़े सितारे होंगे उस फिल्म में हीरोइन के करने के लिए कुछ नहीं होता। भरोसा करें तो कंगना ने पहले सलमान खान के साथ 'सुल्तान' करने से इंकार से इंकार कर दिया था। हाल ही में आमिर खान और अमिताभ बच्चन के साथ भारी भरकम फिल्म 'ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान' भी ठुकरा दी। ये कंगना का स्टाइल है, जो उनकी फ़िल्म देखने के बाद महसूस होता है। वास्तव में उनकी फिल्मो में किसी हीरो की ज़रूरत नहीं होती। वे खुद हीरो के टक्कर की हैं। कंगना की फ़िल्में उनके नाम से चलती है। 'क्वीन' से लगाकर 'तनु वेड्स मनु' सीरीज  दोनों फिल्मों में दर्शकों को किसी हीरो की कमी नहीं लगी होगी। 'सिमरन' भी इसी ट्रेंड वाली कंगना की नई फिल्म है, जिसमे शुरू से अंत तक कंगना 'प्रफुल पटेल' बनकर ही नजर आती रहती है।
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