Sunday 23 February 2020

जूते पॉलिश करने वाले 'सनी' के सुरों ने छुआ आसमान


- एकता शर्मा
   टेलीविजन के सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल' के 11वें सीजन का टाइटल पंजाब के भटिंडा के सनी हिंदुस्तानी ने जीत लिया। ख़ास गायन प्रतिभा को देखते हुए सनी की जीत पर कोई उंगली भी नहीं उठाई जा रही। अंतिम पाँच में आए प्रतियोगियों में सभी एक से एक अच्छे गायक थे, लेकिन सनी हिंदुस्तानी बेजोड़ हैं। अपने नाम 'सनी' के साथ 'हिंदुस्तानी' उपनाम भी उन्हें इसी शो में जज रहे अन्नू मलिक ने दिया है। 'सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन' के इस फिनाले में जज नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया, विशाल ददलानी और मेजबान आयुष्मान खुराना और उनकी नई फिल्म 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' की टीम रही।
    भटिंडा के सनी का जीवन बहुत संघर्ष और गरीबी में बीता। इस शो में आने से पहले वे रेलवे स्टेशन और सड़क पर जूते पॉलिश किया करते थे। लेकिन, इतनी मेहनत के बाद भी उनको खाने के लाले पड़ते थे। सनी के पिता नानक भी जूते पॉलिश करते थे। जम्मू में आई बाढ़ के दौरान उनकी मौत हो गई थी। वहां वे सेना के जवानों के जूते पॉलिश करने जाया करते थे। इसी दौरान एक बार वे बाढ़ में फंस गए थे। सनी के पिता को भी गाने का शौक था! वे शादी-ब्याह में गाया करते थे, जिससे उन्हें कभी खाना और पैसे मिल जाते थे। सनी की दादी भी गाकर भीख मांगा करती थीं। उनकी मां सोमा देवी भी गुब्बारे बेचकर गुजारे लायक पैसे कमाने की कोशिश करती थी। कई बार ये स्थिति आ जाती कि उन्हें लोगों से अनाज या खाना मांगकर गुजारा करना पड़ता। ऐसी स्थिति में सनी का इंडियन आइडल खिताब जीतना बहुत बड़ी उपलब्धि है।
    बतौर विजेता सनी को 25 लाख रुपए, टाटा अल्ट्रॉज़ कार और और टी-सीरीज की आने वाली फिल्म में गाने का अनुबंध मिला है। ये निश्चित रूप से उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसी बात है। अपनी जीत से खुश सनी ने कहा कि मैंने पहले दौर से गुजरने के बारे में भी नहीं सोचा था, 'इंडियन आइडल' जीतना तो बहुत दूर की बात थी। मैंने एक लंबा रास्ता तय किया है और विश्वास नहीं कर सकता कि सफर अभी शुरू हुआ है। इतने बड़े मंच पर गाने का अवसर मिलने से लेकर इस शो को असल में जीतने तक, यह मेरे सभी सपनों, इच्छाओं और प्रार्थनाओं का एक साथ सच होने जैसा है। मुझे सलाह देने और मेरा मार्गदर्शन करने के लिए जजों का और मुझे संगीत उद्योग के दिग्गजों के सामने प्रदर्शन करने और इतने सारे सितारों से मिलने के लिए एक मंच देने का अवसर देने के लिए मैं आभारी हूं। मैं विश्वास नहीं कर सकता कि पूरे भारत ने मेरी आवाज को सुना और मुझे देश की आवाज बनाने के लिए पूरे दिल से वोट दिया।
   उन्होंने अंतिम मुकाबले में चार फाइनलिस्ट को पछाड़ते हुए ये खिताब जीता। जिनमें ओंकना मुखर्जी, अद्रिज घोष, रिधम कल्याण और रोहित राउत रहे। सनी ने दिल को छूने वाली आवाज का जलवा बिखेरा और 'भर दो झोली मेरी', 'हल्का हल्का सुरूर' जैसे गाने गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी आवाज का जादू ही ऐसा था कि वहां फिनाले पर पहुंचे स्पेशल मेहमान आयुष्मान खुराना और नीना गुप्ता भी उनकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं सके। इस शो में शुरुआत से ही सनी सबके बीच काफी चर्चा में रहे। जजों विशाल ददलानी, नेहा कक्कड़ और अनु मलिक के चहेते रहे और इसकी वजह थी उनकी मखमली आवाज। उनकी आवाज की तुलना और गायन शैली हमेशा ही विख्यात सूफी गायक नुसरत फतेह अली खान से की जाती रही है।  ऑडिशन के बाद से ही सनी बके चहेते बने रहे। सनी को नुसरत साहब की रूह तक कहा गया। बतौर मेहमान आए एक एपिसोड में कलाकार कुणाल खेमू उनकी आवाज से इतने प्रभावित हुए थे कि उन्होंने उन्हें अपने गले से उतारकर लक्ष्मीजी का सोने का लॉकेट गिफ्ट दिया था। शो में पहुंचे अजय देवगन और काजोल भी सनी की आवाज सुनकर काफी प्रभावित हुए थे। उन्हें हिमेश रेशमिया की फिल्म में गाने का कॉन्ट्रैक्ट पहले ही मिल चुका है।
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