Monday 16 October 2017

दिवाली पर किस फिल्म का जादू चलेगा?

- एकता शर्मा 

  समझा जाता है कि भारतीय दर्शक त्यौहारों पर अपनी ख़ुशी फिल्म देखकर ही व्यक्त करता है। शायद इसीलिए दिवाली, ईद, क्रिसमय और यहाँ तक कि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर भी फ़िल्में रिलीज़ का ट्रैंड शुरू हो गया! क्योंकि, इन दिनों में अमूमन लोगों को फुरसत होती है और उन्हें सिनेमाघर तक खींचकर लाना आसान होता है। लेकिन, शुरूआती सफलता के बाद अब ये फार्मूला फेल होता नजर आ रहा है। क्योंकि, पिछले साल दिवाली पर रिलीज़ हुई दोनों फिल्में 'शिवाय' और 'ए दिल है मुश्किल' दर्शकों के दिल पर नहीं चढ़ी! यहाँ तक कि ईद पर रिलीज हुई सलमान खान की 'ट्यूबलाइट' ने भी पानी नहीं माँगा। देखना है कि इस साल सीक्रेट सुपर स्टार, गोलमाल अगेन और 2.0 क्या कमाल करती है! 

  फिल्मों की रिलीज और त्यौहारों का खास रिश्ता है। पिछले कुछ सालों से फिल्मकारों के बीच त्यौहारों पर फिल्म रिलीज करने को लेकर स्लॉट बुक करने की होड़ बनी रहती है। हर बड़ा एक्टर चाहता है कि उसकी फ़िल्में ईद, दिवाली और क्रिसमस के समय ही परदे पर उतरे! क्योंकि, इन त्यौहारों के छुटि्टयां ज्यादा होती है और फुर्सत में लोग सिनेमाघरों की तरफ रुख करते हैं। प्रोड्यूसर्स त्यौहारों के दौरान अन्य फिल्मों से टकराव नहीं चाहते! इसलिए अधिकांश निर्माता इन्हीं दिनों में अपनी फ़िल्में रिलीज करना चाहते हैं। लेकिन, जब ऐसा नहीं होता है, तो जंग शुरू हो जाती है। इसलिए कि लम्बे वीकेंड का फायदा हर कोई लेना चाहता है। बात ये भी है कि इन दिनों फिल्म निर्माता करोड़ों रूपया लगाता हैं। इसलिए वे जल्दी से जल्दी अपना पैसा निकालना चाहते हैं। यही कारण है कि वे लांग वीकेंड में फिल्में रिलीज करने की कोशिश में रहते हैं। 
   अब फिल्म इंडस्ट्री में त्यौहारों पर फिल्म रिलीज करना एक मुद्दा बन गया है। निर्माता फिल्म की कास्ट तय करने से पहले रिलीज की तारीख तय करने लगे हैं। दरअसल, ये हॉलीवुड का ही ट्रेंड है। वहाँ भी क्रिसमस पर कई बड़ी फ़िल्में परदे पर उतारी जाती है। क्योंकि, उस दिन फिल्म रिलीज करने के कारण सिनेमाघरों की संख्या और कलेक्शन बंट जाता है। फिल्म बनाने वाले जानते हैं कि रिलीज डेट बहुत मायने रखती है। जब फिल्म रिलीज करने की तारीख तय हो जाती है, तब हम हमारी प्रमोशन और दूसरी औपचारिकताएं पूरी की जाती है। 
 पिछले साल 'शिवाय' और 'ए दिल है मुश्किल' का हश्र देखकर फिल्मकार सीखेंगे कि फिल्म अच्छी पटकथा से चलती है, कोई और फार्मूला उसे सफल नहीं बना सकता! इस साल सारा दारोमदार सीक्रेट सुपर स्टार, गोलमाल अगेन और 2.0 पर है। यदि ये फ़िल्में पिछले साल की तरह धराशाही हो जाती है तो फिल्म निर्माताओं को सोचना पड़ेगा कि दिवाली पर फ़िल्में रिलीज करने की रिस्क लें या नहीं? 
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